अधर्म
कल एक तमाशा देखने का मौका हमें इरफान ने दिया था, दूसरा मौका ऋषि कपूर ने आज दिया है.. एक ने मुसलमान हो कर कुर्बानी को पसंद करने से इनकार किया था और दूसरे ने हिंदू हो कर बीफ खाने की आजादी का समर्थन किया
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था..
हम कहते हैं, जानते हैं और समझते हैं कि वे कलाकार के तौर पर जाति धर्म के दायरे से परे होते हैं लेकिन कुछ धार्मिक लोग इन्हें हमेशा धर्म के नजरिये से ही देखते हैं और यही चीज ऐसे संवेदनशील मौके पर नफरती आचरण करने पर उकसाती है और फिर यह दावा भी यही लोग करते ज्यादा पाये जाते हैं कि धर्म हमें यह अच्छाई सिखाता है, धर्म हमें वह सदाचरण सिखाता है.. इन दो दिनों में जाने कितने ऐसे ही लोग सच्चे मुस्लिम और सच्चे हिंदू बन कर सामने आये।
धर्म आपको क्या सिखाता है, या यह कितना अच्छा है.. लोग इसे आपके आचरण से जज करते हैं न कि आपके दावों से। अगर किसी इंसान की मौत पर आप सिर्फ इसलिये खुश हैं कि आपको अतीत में उसकी कही कोई बात पसंद नहीं थी, धर्म के खिलाफ लगी थी.. तो यकीन कीजिये कि आपकी वह खुशी आपके धर्म के अच्छे पहलू को नहीं बल्कि उसके कुरूप चेहरे को उजागर कर रही है।
ऐसे लोग असल में नफरत से भरे होते हैं, इनका नजरिया हमेशा नकारात्मक होता है.. आप इनसे संवेदनशीलता की उम्मीद नहीं कर सकते, हो सकता है कि इनके सामने कोई मदद का ख्वाहा #इंसान मर रहा हो और यह उसमें #हिंदू या #मुसलमान ढूंढ कर आगे बढ़ जायें। ऐसा नहीं है कि इनमें इंसानियत नहीं होती, लेकिन बेहद सीमित और सिलेक्टिव होती है।
खैर.. इनसे हट कर देखें तो मुझे यह अहसास हो रहा है कि यह सबसे बुरा साल गुजरना है हमारी अब तक की जिंदगी का.. तकलीफ इस बात की है कि अभी इस मनहूस साल के बस चार महीने ही गुजरे हैं।
ऋषि कपूर उन दो अभिनेताओं में से थे, बचपन में जिनकी फिल्में मैं बड़े चाव से देखता था.. एक अमिताभ और दूसरे ऋषि। बाद में बड़े होने पर और भी लोग पसंद आये लेकिन यह दोनों लोग हमेशा मेरी पसंद बने रहे। मेरे लिये वे कलाकार रहे, कभी उनमें कोई हिंदू मुस्लिम दिखा ही नहीं। इंसान के तौर पर कमियां हो सकती हैं, वह हर किसी में होती हैं। कौन है जो कमियों से पाक है.. मुझे कल भी बहुत अफसोस था, मुझे आज भी बहुत अफसोस है। वह ऋषि कपूर चला गया, जिसे बचपन से देखते मैं बड़ा हुआ।
छोड़िये इन नफरत करने वालों को.. न इन्हें आज ठीक से कोई जानता है न कल याद रखेगा लेकिन इरफान हों या ऋषि वे हमेशा याद रहेंगे। हमेशा याद रखे जायेंगे। उस कला की बदौलत जो इंसानी इतिहास में अमर हो जाती है।
#RIP_RishiKapoor